(1) अजीब इक़्त्फाक है की तुम , मेरी बातो से इक़्त्फाक रखते हो
(2) हो कही तो बता दो मुझको , मेने हर जगह से तुम्हे मिटाने की कोशिश की है
(3) तुम अपनी मुस्कुराहट को मासूम कहती हो , जाने कितने जख्म मेने खाये हे इससे |
(4) पूरे होंगे तब बताऊँगा तुम्हे , कुछ ख्वाब जो पाले थे मेने मेरी आंखो मे |
(2) हो कही तो बता दो मुझको , मेने हर जगह से तुम्हे मिटाने की कोशिश की है
(3) तुम अपनी मुस्कुराहट को मासूम कहती हो , जाने कितने जख्म मेने खाये हे इससे |
(4) पूरे होंगे तब बताऊँगा तुम्हे , कुछ ख्वाब जो पाले थे मेने मेरी आंखो मे |
Bahut khoob likha aap ne
ReplyDeleteDhanywad @Nitu Thakur
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