जुल्म


करले जुल्म कितने भी मुझ पर , 
वक़्त मेरा भी आयेगा जब खुद खुदा गवाई देगा |



No comments:

Post a Comment

गुज़रे पल और आज का शोर

Analyser/Observer धीरज अपनी पुरानी डायरी के पन्ने पलट रहा था। पृष्ठ हल्के पीले पड़ गए थे और स्याही थोड़ी फीकी। आज की भाग-दौड़ वाली दुनिया से...