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नौकरी

Analyser/Observer

धदक रहे अँगारे दिल मे
मोहब्ब्त मे तेरी 
ये हाल तो मेरा ना होना था |

जब पहली बार देखा था तुझे 
चमकीले परिधानो मे लिपटी 
तु मुझे मेरे ख्वाबो कि परी सी नजर आयी |

तुझे देख सोच जो मेरी 
अब तलक ठहरी थी 
तेरी ओर से बहती हवा का 
सम्पर्क पा तेरी ओर ही चल पडी |

तुम्हारे उस आकर्षक अहसास ने 
हजारो सपने मेरी आँखो मे पाल लिये |
मै तुम्हारी धुन मे खोकर बेसुध सा हो गया  |

मैने कि जो तुमसे मोहब्ब्त 
पूरी सिद्दत से निभायी भी |
तुमसे मिलने को 
तुम्हारे साथ जीवन बसर करने को
हर तरकिब अपनायी भी |

पता नही मुझे 
फिर कहा कमी रह गयी |
अपना सब कुछ तो मै लुटा बैठा 
फिर भी तुमसे दूरी है |
ऐसी भी क्या तुम्हारी मजबूरी है |

चाहत हो तुम मेरी 
मेरी ओर चली आओ 
समेट लेना चाहता हू तुम्हे बाँहो मे अपनी 
तुम मुझे अपनी ओर तो बुलाओ |

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