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एक बार हमे आजमाते क्यू नही

एक बार हमे आजमाते क्यू नही
हम इतने बुरे है क्या ,
हमे गले से अपने लगाते क्यू नही 

चाहते है तुमको दिलोजान से
थोडे शर्मिले है
जताते हम यू नही ,

तुम्हे देखते ही 
हमारा दिन बन जाता है
तुम हमसे नजरे मिलाते  क्यू नही ,

पास से गुजर जाते हो
ठंडी ब्यार बनकर
हमे  देखकर
अनजाने मे ही
हवा मे हाथ हिलाते क्यू नही ,

दिल मे रखना चाहते हे  तुमको
हमे अपने माथे का तिलक  बनाते क्यू नही ,

एक बार हमे आजमाते क्यू नही |
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