Pages

जुदाई

पूछो ना मुझसे ये जुदाई का आलम
ये मेरी तन्हा राते और तेरी रुस्वाई का आलम
ये टूटता दिल और तेरी जाती परछाई का आलम
जिरह मे हो रही कम्कम्पी और तेरी बेवफाइ का आलम
पूछो ना मुझसे ये जुदाई का आलम |

No comments:

Post a Comment